23 जून 2024 की शाम हरियाणा के यमुनानगर के आजाद नगर इलाके में उस समय सनसनी फैल गई जब एक मकान से मां-बेटे की निर्मम हत्या की खबर सामने आई। रिहायशी इलाके में दिनदहाड़े हुए इस दोहरे हत्याकांड ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। जिस परिवार में यह घटना घटी, उसमें केवल तीन लोग रहते थे—45 वर्षीय मीना, उनका 23 वर्षीय बेटा राहुल और 27 साल की बेटी काजल। जब मीना और राहुल की हत्या हुई, उस समय काजल संयोगवश घर पर मौजूद नहीं थी।
घटना स्थल की हालत देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि हत्यारों का मकसद लूटपाट था, जिसका विरोध करने पर मीना और राहुल की हत्या कर दी गई। शाम करीब 4:00 बजे जब काजल घर लौटी, तो खुला दरवाजा देखकर उसके कदम ठिठक गए। जैसे ही वह अंदर पहुंची, तो ड्राइंग रूम के फर्श पर अपने भाई राहुल की लाश देख सन्न रह गई। घबराकर जब वह अंदर के कमरे में गई, तो वहां बेड पर अपनी मां मीना की लाश देख उसकी हिम्मत जवाब दे गई। वह दहाड़ मारकर रोने लगी और फिर दौड़कर बाहर आई, पड़ोसियों को बुलाया और पुलिस को 112 नंबर पर कॉल करके इस दर्दनाक वारदात की जानकारी दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, तब तक काजल के रिश्तेदार और पड़ोसी भी वहां जमा हो चुके थे। पुलिस ने बारीकी से जांच की, जिसमें पता चला कि मीना और राहुल की हत्या किसी भारी चीज से वार कर और गला घोंटकर की गई थी। घर में बिखरे सामान के बीच चार्जिंग केबल भी पड़ी थी, जिससे हत्या की गई थी। जांच के दौरान पुलिस को एक और चौंकाने वाली बात पता चली—हत्यारों ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया था, लेकिन डीवीआर को नहीं हटाया था। यह असामान्य था क्योंकि आमतौर पर अपराधी कैमरे में कैद होने से बचने के लिए डीवीआर भी अपने साथ ले जाते हैं, लेकिन यहां सिर्फ कैमरे को स्विच ऑफ कर दिया गया था।
इस हत्याकांड का कोई चश्मदीद नहीं था, लेकिन परिवार की इकलौती बेटी काजल ही पहली शख्स थी, जिसने इस दिल दहला देने वाले दृश्य को सबसे पहले देखा था। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी थी कि आखिर यह वारदात महज लूटपाट थी या इसके पीछे कोई और ही साजिश छिपी थी।
काजल पर पुलिस का शक गहराया
जांच के सिलसिले में पुलिस ने सबसे पहले काजल से पूछताछ शुरू की। काजल ने बताया कि वह दोपहर को ब्यूटी पार्लर गई थी और घर लौटते समय उसकी मां ने उसे मैसेज कर जूस के दो पैकेट लाने के लिए कहा था। लेकिन जब वह जूस लेकर घर लौटी, तब तक उसकी दुनिया उजड़ चुकी थी—उसकी मां और भाई की हत्या हो चुकी थी। काजल के लाए हुए जूस के पैकेट भी घर में वैसे ही पड़े थे। उसने पुलिस को अपनी मां के मोबाइल से भेजा गया जूस लाने का मैसेज भी दिखाया, जिससे यह साफ था कि वह सच बोल रही थी।
हालांकि, पुलिस को सबसे ज्यादा शक घर के इकलौते सीसीटीवी कैमरे के अचानक बंद होने पर हो रहा था। जब इस बारे में काजल से सवाल किया गया, तो उसने भी हैरानी जताई और कहा कि उसे नहीं पता कि कैमरा किसने और क्यों बंद किया। जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने गली में लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, जिससे दो चौंकाने वाली बातें सामने आईं। कैमरे में सुबह के समय एक लड़का मुंह पर कपड़ा बांधे हुए काजल के घर में घुसते हुए दिखा और कुछ देर बाद वही लड़का घर से सामान लेकर बाहर जाता हुआ नजर आया। हैरानी की बात यह थी कि इस फुटेज के मुताबिक, काजल भी उस समय घर में ही मौजूद थी। फिर कुछ देर बाद वह लड़का घर से निकल गया और काजल भी घर से बाहर जाती हुई दिखी।
अब बड़ा सवाल यह था कि आखिर वह लड़का कौन था? जब पुलिस ने काजल से इस लड़के के बारे में पूछा, तो वह घबरा गई, जिससे शक और गहरा गया। इसके अलावा, पुलिस को यह भी पता चला कि घर का सीसीटीवी कैमरा घटना वाले दिन सुबह ही बंद कर दिया गया था, जबकि काजल के अनुसार, लुटेरे दोपहर में घर में घुसे थे और तभी हत्या हुई थी। इसका मतलब यह था कि कैमरा घर के ही किसी सदस्य ने बंद किया था। काजल ने बयान दिया कि वह दोपहर 2 बजे के आसपास घर से निकली थी और 3 बजे तक लौट आई थी, यानी हत्याकांड 2 से 3 बजे के बीच हुआ।
लेकिन जैसे ही पुलिस को मीना और राहुल की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिली, तो पूरा मामला साफ हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों की हत्या शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जाने से करीब 6 से 7 घंटे पहले यानी सुबह 10 बजे के आसपास की गई थी। इसका मतलब था कि वारदात के वक्त काजल घर में ही मौजूद थी। शुरू में पुलिस को यह मामला लूटपाट का लग रहा था, लेकिन जब गली में लगे सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की गई और काजल के बयान से विरोधाभास सामने आया, तो पुलिस को यकीन हो गया कि इस हत्याकांड में काजल का हाथ है।
काजल की साजिश बेनकाब
पुलिस ने बिना किसी देरी के काजल को हिरासत में ले लिया और जांच को आगे बढ़ाते हुए उसका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया। कॉल डिटेल्स की पड़ताल की गई, साथ ही काजल की मां और उसके भाई के मोबाइल फोन की लोकेशन भी ट्रैक की गई। लेकिन जब पुलिस ने जांच के दौरान इन मोबाइल फोनों की लोकेशन देखी, तो वह हैरान रह गई। जिस समय काजल को उसकी मां के फोन से जूस लाने का मैसेज भेजा गया था, उस समय उसकी मां का फोन घर पर नहीं था, बल्कि काजल के पास था। फोन की लोकेशन से यह साफ हो गया कि उस वक्त दोनों मोबाइल फोन एक साथ थे और घर से बाहर थे।
अब पुलिस को यकीन हो गया कि काजल की पूरी कहानी झूठी थी। उसने अपनी मां के फोन से खुद को ही मैसेज भेजकर यह दिखाने की कोशिश की थी कि हत्या के समय वह घर पर नहीं थी। लेकिन मोबाइल लोकेशन के इस पुख्ता सबूत के सामने काजल की चालाकी बेनकाब हो गई। इतने ठोस सबूत मिलने के बाद पुलिस ने काजल को तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
अब काजल के पास भी बचने का कोई रास्ता नहीं था। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह था कि आखिर उसने अपनी मां और छोटे भाई की हत्या क्यों की? उसके परिवार में केवल तीन ही लोग थे—उसकी मां, भाई और वह खुद। ऐसे में मां और भाई की हत्या के बाद वह पूरी तरह अकेली रह गई थी। आखिर वह अपनी ही मां और भाई की दुश्मन क्यों बन गई? इस सवाल का जवाब जितना चौंकाने वाला था, उतना ही भयावह भी। आगे यह जानना जरूरी था कि काजल ने अपनी मां और भाई की हत्या कब और कैसे की।
काजल की खौफनाक साजिश
काजल ने अपनी मां और भाई को मारने की साजिश पहले ही रच ली थी और इस हत्या में उसने अपने मामा के बेटे, कृष को भी शामिल कर लिया था। रविवार की सुबह, जब काजल का भाई राहुल सेविंग करवाने के लिए घर से बाहर गया था, तभी काजल ने कृष को घर बुला लिया। दोनों ने मिलकर पहले किसी भारी वस्तु से काजल की मां, मीना के सिर पर वार किया। जब वह बेहोश हो गई, तो उन्होंने मोबाइल चार्जिंग केबल से उसका गला घोंट दिया और उसे मौत की नींद सुला दिया। लेकिन उन्हें शक था कि मीना अभी भी जिंदा है। तभी अचानक राहुल घर लौट आया। उसे देखकर दोनों ने मीना को छोड़कर राहुल पर हमला कर दिया। पहले लोहे की रॉड से उसके सिर पर वार किया गया और फिर कृष ने उसका गला दबा दिया, जबकि काजल ने उसके पैर पकड़ रखे थे। इस तरह, पहले बेडरूम में मीना की हत्या हुई और फिर कुछ ही मिनटों बाद राहुल को भी मार दिया गया।
हत्या के बाद, काजल और कृष ने इसे लूटपाट का रूप देने के लिए घर का सारा सामान बिखेर दिया। काजल ने कुछ कीमती सामान कृष को देकर उसे वहां से रवाना कर दिया, ताकि मामला लूट जैसा लगे। इस साजिश को पूरी तरह अंजाम देने के लिए काजल ने पहले ही घर के सीसीटीवी कैमरे को स्विच ऑफ कर दिया था, लेकिन वह यह भूल गई कि गली में लगे अन्य मकानों के कैमरे चालू थे, जिनमें इस वारदात के सबूत कैद हो सकते थे।
पुलिस ने जब काजल को गिरफ्तार किया, तो उसके हावभाव देखकर वे भी हैरान रह गए। आमतौर पर ऐसी घटनाओं के बाद लोग टूट जाते हैं, लेकिन काजल ने अपनी मां और भाई की मौत पर एक बार भी आंसू नहीं बहाए। इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह थी कि वह पुलिस के हर सवाल का आत्मविश्वास के साथ जवाब दे रही थी।
जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि काजल हमेशा से लड़कों की तरह रहती थी। वह ना सिर्फ लड़कों की तरह टी-शर्ट और पैंट पहनती थी, बल्कि उसका हावभाव, बातचीत और पूरा रवैया भी वैसा ही था। घर में भी वह हमेशा अकेले एक कमरे में रहती थी। काजल की मौसी, किरण ने पुलिस को बताया कि 27 वर्षीय काजल समलैंगिक थी और इसी वजह से उसका अक्सर अपनी मां और भाई से झगड़ा होता रहता था।
जांच में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कुछ साल पहले काजल ने अपने भाई राहुल की शादी अपनी ही सहेली से करवाई थी, लेकिन शादी के बाद राहुल की पत्नी रात में चुपके से काजल के कमरे में चली जाती थी। काजल और राहुल की पत्नी के बीच नजदीकियां बढ़ती जा रही थीं। जब इस बारे में घरवालों को पता चला, तो परिवार में भारी झगड़ा हुआ, जिसके चलते राहुल की पत्नी घर छोड़कर चली गई। इन लगातार विवादों के कारण काजल का अपनी मां और भाई से रिश्ता बेहद तनावपूर्ण हो गया था और यही तनाव इस खौफनाक हत्या का कारण बना।
प्रॉपर्टी और आज़ादी की खौफनाक साजिश
जब मीना ने अपने बेटे राहुल की दूसरी शादी करवाई, तो काजल ने अपनी दूसरी भाभी के साथ भी जबरदस्ती की, जिसके चलते वह भी राहुल को छोड़कर चली गई। काजल अपनी मां और भाई को अपनी जिंदगी में सबसे बड़ा रोड़ा मानती थी। इसके अलावा, काजल सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव थी। इंस्टाग्राम पर उसके हजारों फॉलोअर्स थे, और उसने 820 से ज्यादा पोस्ट की हुई थीं। उसके हाथ पर “नवाब” लिखा हुआ एक टैटू भी था, जो उसके रवैये को दर्शाता था।
जब पुलिस ने काजल के बारे में पूरी जानकारी जुटाई, तो उन्होंने यह भी पता लगाया कि आखिर इस हत्याकांड में उसका ममेरा भाई कृष क्यों शामिल था। कृष की अपनी बुआ मीना से क्या दुश्मनी थी, जो उसने उसे मौत के घाट उतार दिया?
पुलिस के अनुसार, मीना अपने घर में सबसे बड़ी बेटी थी और बाकी भाई-बहन उससे छोटे थे। जब काजल के नाना का निधन हुआ, तो उसकी नानी ने 40 गज के मकान और 200 गज के प्लॉट की वसीयत मीना के नाम कर दी। वसीयत में यह शर्त रखी गई थी कि जब सभी बच्चे बड़े हो जाएंगे, तो इस संपत्ति का बंटवारा कर दिया जाएगा। लेकिन जब वक्त आया, तो मीना ने संपत्ति बांटने से साफ इनकार कर दिया। इसी वजह से उसका अपने भाई शिवा और बहन किरण से विवाद शुरू हो गया था।
इधर, कृष को डर था कि कहीं उसे भी इस संपत्ति से बेदखल ना कर दिया जाए। इसी डर से उसने करीब ढाई महीने पहले अपनी बुआ की बेटी काजल से नज़दीकियां बढ़ा लीं। फिर दोनों ने मिलकर एक खौफनाक साजिश रची। उनकी योजना थी कि अगर मीना और राहुल को रास्ते से हटा दिया जाए, तो 58 गज का मकान काजल के नाम हो जाएगा, जबकि कृष को 40 गज का मकान और 200 गज का प्लॉट मिल सकता था।
काजल न केवल प्रॉपर्टी हासिल करना चाहती थी, बल्कि अपनी आज़ाद खयाली के लिए भी मां और भाई से छुटकारा पाना चाहती थी। यही कारण था कि उन्होंने अपने परिवार के दो सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी। हालांकि, अपराध के तुरंत बाद ही वे पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
पुलिस ने इस मामले में काजल और कृष के कुछ और रिश्तेदारों को भी गिरफ्तार किया, जो इस प्रॉपर्टी को हासिल करने की साजिश में शामिल थे। पुलिस को काजल की गतिविधियों पर उसी वक्त शक हो गया था, जब वह अपनी मां और भाई के शवों को देखकर भी न तो रोई और न ही उसके चेहरे पर कोई दुख नजर आया।
जब पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया, तो 24 घंटों के अंदर ही इस दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। अपराधी कितना भी शातिर क्यों न हो, लेकिन अगर पुलिस पूरी गंभीरता से जांच करे, तो कानून से बचना नामुमकिन है।
फिलहाल, पुलिस ने काजल और कृष को रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। इस केस में कृष के बड़े भाई ईशांत को भी गिरफ्तार किया गया, क्योंकि उसे इस हत्या की पूरी जानकारी थी और वह भी साजिश में शामिल था।
सोचने वाली बात
यह कहानी सिर्फ एक अपराध का विवरण नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। लालच, नफरत और स्वार्थ में इंसान किस हद तक गिर सकता है, यह घटना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। इस पूरे मामले को लेकर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं!