रितिका मर्डर केस: जब प्यार बना खौफनाक साजिश का कारण – जब एक बाइक बनी कत्ल की गुत्थी सुलझाने की कड़ी – Hindi Crime Story

चौथी मंजिल से गिरा रहस्य: आत्महत्या नहीं, हत्या!

24 जून 2022 की बात है, उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के नगला मवती इलाके की ओम श्री प्लैटिनम सोसाइटी में एक अजीब घटना घटी। वहां के सिक्योरिटी गार्ड ने अचानक बिल्डिंग की चौथी मंजिल से किसी भारी चीज के गिरने और कांच टूटने की आवाज सुनी। यह आवाज सिर्फ गार्ड ने ही नहीं, बल्कि सोसाइटी के कई निवासियों ने भी सुनी। आवाज सुनते ही लोग अपने घरों से बाहर निकलकर नीचे की ओर दौड़े। गार्ड भी आवाज की दिशा में पहुंचा।

जब गार्ड और अन्य लोग वहां पहुंचे, तो उन्हें कोई सामान नहीं, बल्कि एक लड़की पड़ी हुई मिली। लड़की के हाथ रस्सी से बंधे हुए थे, और पास में दो लोग उसे खोलने की कोशिश कर रहे थे। पता चला कि वह लड़की उसी बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर रहती थी। शुरुआत में ऐसा लगा कि यह एक आत्महत्या का मामला है। लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो खुलासा हुआ कि यह खुदकुशी नहीं, बल्कि एक खौफनाक कत्ल था। पुलिस ने यह भी पता लगाया कि आखिर वह कौन था जिसने रितिका को चौथी मंजिल से नीचे फेंका।

Agra Murder Case
Hindi Crime Story

रितिका की खूबसूरती बनी उसकी दुश्मन: एकतरफा प्यार का खौफनाक अंत

इस घटना की सच्चाई ने पूरे उत्तर प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। रितिका सिंह, जो गाजियाबाद की रहने वाली थी, एक खूबसूरत और होनहार लड़की थी। उसके पिता सुरेंद्र सूरी जूतों की फैक्ट्री में काम करते थे, और उसकी मां मंजू सिंह गृहिणी थीं। रितिका का एक छोटा भाई भी था। 21 वर्षीय रितिका ने इंग्लिश मीडियम स्कूल से 12वीं पास करने के बाद बीएससी में एडमिशन लिया था। जहां भी रितिका जाती, लोग उसकी खूबसूरती की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते थे।

रितिका बचपन से अपनी नानी-नाना के घर अक्सर जाया करती थी, खासकर छुट्टियों में। वहीं, उसकी नानी के पड़ोस में रहने वाला आकाश गौतम नाम का लड़का रितिका की खूबसूरती से प्रभावित होकर उसे पसंद करने लगा। जैसे-जैसे दोनों बड़े हुए, आकाश का रितिका के लिए प्यार जुनून में बदल गया। हालांकि, रितिका उसे सिर्फ एक दोस्त मानती थी।

साल 2014 में, जब रितिका फिरोजाबाद में अपनी नानी के घर आई, तो आकाश ने पहली बार उसे प्रपोज किया। लेकिन रितिका ने उसका प्रपोजल ठुकरा दिया। आकाश का प्यार अब पागलपन की हदें पार कर चुका था। वह रितिका का पीछा करने लगा। जहां भी रितिका जाती, आकाश भी वहां पहुंच जाता। उसने रितिका को कई बार प्रपोज किया, लेकिन हर बार उसे नाकामयाबी हाथ लगी।

फिर एक दिन, जब रितिका अपने घर में अकेली थी, आकाश ने उसकी गैर-मौजूदगी का फायदा उठाया। वह चुपके से उसके घर में घुस गया और रितिका को किडनैप करके कहीं दूर ले गया। लेकिन जो कुछ उसने रितिका के साथ किया, उसकी भयावहता की कल्पना करना भी मुश्किल है।

रितिका का लौटना: प्यार या एक बड़ी गलती की शुरुआत?

रितिका के घरवालों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, जिसमें उन्होंने सीधे आकाश गौतम पर उसे किडनैप करने का आरोप लगाया। पुलिस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन सात दिनों तक न तो रितिका का कोई पता चला और न ही आकाश का। फिर, सातवें दिन अचानक रितिका घर वापस लौट आई। लेकिन जो उसने अपने घरवालों को बताया, वह किसी के भी होश उड़ा सकता था।

रितिका ने कहा कि उसे अब आकाश गौतम से प्यार हो गया है और वह उसी से शादी करना चाहती है। यह सुनकर उसके घरवाले हैरान रह गए, लेकिन रितिका को यह अंदाजा नहीं था कि आकाश का यह प्यार उसकी जिंदगी में कैसी तबाही ला सकता है।

अपहरण के बाद, आकाश रितिका को एक सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने उसे बार-बार समझाने की कोशिश की कि वह उससे बेइंतहा प्यार करता है और शादी करके उसे खुश रखेगा। रितिका ने उसे साफ मना कर दिया और कहा कि उसके घरवाले कभी इस रिश्ते को नहीं मानेंगे, क्योंकि आकाश न तो ज्यादा पढ़ा-लिखा है और न ही कोई ढंग का काम करता है।

तभी आकाश ने रितिका को बताया कि उसने रेलवे की परीक्षा दी थी और उसका सिलेक्शन हो चुका है। जल्द ही वह रेलवे में अच्छी नौकरी करने लगेगा। रितिका को यह सुनकर थोड़ा भरोसा हुआ। सात दिनों तक आकाश के साथ रहने के दौरान उसने महसूस किया कि आकाश ने उसके साथ कोई भी गलत हरकत नहीं की थी। इससे रितिका को यकीन होने लगा कि आकाश उससे सच्चा प्यार करता है, क्योंकि अगर ऐसा न होता, तो वह उसका शारीरिक शोषण कर चुका होता।

आखिरकार, रितिका आकाश की बातों पर भरोसा कर बैठी और दोनों गाजियाबाद लौट आए। लेकिन गाजियाबाद पहुंचते ही पुलिस ने आकाश को गिरफ्तार कर लिया। मामला तब और उलझ गया जब रितिका ने पुलिस को बयान दिया कि वह अपनी मर्जी से आकाश के साथ गई थी, न कि उसका अपहरण हुआ था। रितिका के इस बयान के बाद, पुलिस को आकाश को रिहा करना पड़ा। लेकिन यह सिर्फ कहानी की शुरुआत थी; इस प्यार ने रितिका की जिंदगी में एक तूफान लाने की नींव रख दी थी।

प्यार का धोखा: रितिका की जिंदगी में अंधेरे की शुरुआत

कुछ दिन बाद, रितिका ने अपने माता-पिता से साफ कह दिया कि वह आकाश गौतम के साथ शादी करना चाहती है। लेकिन उसके घरवाले इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थे। उन्होंने रितिका को समझाने की कोशिश की कि आकाश एक अच्छा लड़का नहीं है। वह छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करता है, उसका हुलिया गुंडों जैसा दिखता है, और वह कोई स्थिर नौकरी भी नहीं करता। लेकिन रितिका ने अपने माता-पिता को आकाश की रेलवे की नौकरी के बारे में बताया और कहा कि वह जल्द ही अपनी जिंदगी को बेहतर बना लेगा।

दरअसल, आकाश ने रितिका का इस कदर ब्रेनवॉश कर दिया था कि वह अपने घरवालों के खिलाफ जाकर आकाश से शादी करने पर अड़ गई। आखिरकार, उसके माता-पिता मजबूर हो गए और साल 2014 में रितिका और आकाश की शादी करा दी। शादी के बाद, दोनों गाजियाबाद में ही रहने लगे।

इस दौरान, रितिका बीएससी पूरी कर एक प्राइवेट स्कूल में टीचर बन गई थी, जबकि आकाश ने दावा किया था कि वह रेलवे में लोअर डिवीजनल क्लर्क के तौर पर नौकरी कर रहा है। लेकिन घर लौटने के बाद भी आकाश लैपटॉप पर लगातार काम करता था, जो रितिका को अजीब लगता था।

रहस्य तब उजागर हुआ जब एक दिन रितिका ने आकाश का पीछा किया। उसने देखा कि आकाश रेलवे में काम करने के बजाय कपड़े पर बैठकर चाय पी रहा था। सच्चाई यह थी कि आकाश बेरोजगार था। उसने रितिका को पाने के लिए झूठ बोला था कि उसे रेलवे में नौकरी मिल गई है।

यह सच्चाई जानने के बाद, रितिका खुद को असमंजस में पाती है। उसने अपनी मर्जी से यह शादी की थी, इसलिए वह यह बात अपने माता-पिता को भी नहीं बता सकती थी। जब आकाश के पैसे खत्म होने लगे, तो उसने रितिका से पैसे मांगना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे, यह मांगें हिंसा में बदल गईं, और आकाश रितिका को मारने-पीटने लगा।

अब रितिका को एहसास होने लगा था कि उसने आकाश से शादी करके कितनी बड़ी गलती कर दी थी। उसका वह प्यार, जिसे उसने जिंदगी समझा था, धीरे-धीरे उसकी सबसे बड़ी भूल बन गया।

रिश्तों की तबाही: आकाश का कहर और रितिका की नई शुरुआत

एक दिन आकाश ने हद पार कर दी। वह रितिका के स्कूल में पहुंचा और वहां से उसके बालों को पकड़कर घसीटते हुए उसे घर तक ले आया। जब रितिका ने परेशान होकर आकाश से कहा कि वह अब उससे तलाक लेना चाहती है, तो आकाश ने रितिका को खत्म करने की योजना बनानी शुरू कर दी।

आकाश ने अपने भाई और जीजा को बुलाया, और तीनों ने मिलकर रितिका को जिंदा जलाने की कोशिश की। लेकिन रितिका ने पहले ही अपनी मां को वहां बुला लिया था, जिससे उसके परिवारवालों ने किसी तरह उसे बचा लिया। हालांकि, इस वारदात में रितिका का एक पैर बुरी तरह जल गया। इस घटना के बाद रितिका ने अपनी सुरक्षा के लिए घर बदलना शुरू कर दिया ताकि आकाश उसे फिर से न ढूंढ सके।

इसी बीच, रितिका के स्कूल के ऑनर, विपुल अग्रवाल, जो पहले भी रितिका की पिटाई के कई मंजर देख चुका था, उसे अपने घर पर रहने का सुझाव देता है। विपुल ने रितिका को बताया कि उसकी शादी तो हो चुकी है, लेकिन उसकी पारिवारिक जिंदगी ठीक नहीं चल रही है और वह अपनी पत्नी से अलग रहता है। धीरे-धीरे, रितिका और विपुल के बीच एक रिश्ता बनने लगा, और रितिका ने उसके साथ अपना भविष्य देखने की उम्मीद करना शुरू कर दिया।

2016 में, शादी के दो साल बाद, रितिका ने आकाश से पूरी तरह दूरी बनाने के लिए फिरोजाबाद में विपुल के पास रहने का फैसला किया। वे दोनों एक फ्लैट में साथ रहने लगे। हालांकि, रितिका को लगातार डर बना रहता था कि आकाश उसे ढूंढते हुए फिरोजाबाद पहुंच सकता है। इसी डर के कारण, विपुल और रितिका ने आखिरकार फिरोजाबाद छोड़कर आगरा में शिफ्ट होने का निर्णय लिया।

यह बदलाव रितिका के लिए एक नई शुरुआत की उम्मीद तो लेकर आया, लेकिन उसके बीते कल के काले साये अभी भी उसके डर की वजह बने हुए थे।

इंस्टाग्राम पर लोकप्रियता और आकाश का खौफनाक प्लान

आगरा की ओम श्री प्लैटिनम सोसाइटी में रितिका और विपुल ने एक फ्लैट किराए पर लिया, जिसकी सिक्योरिटी बेहद सख्त थी। उन्होंने खास तौर पर सिक्योरिटी गार्ड को निर्देश दिया था कि रितिका के फोन कॉल के बिना किसी को भी फ्लैट में एंट्री न दी जाए। इस दौरान रितिका ने अपनी टीचर की नौकरी भी छोड़ दी और विपुल के साथ लिव-इन में रहने लगी।

कुछ समय तक सब सामान्य रहा, और ऐसा लगने लगा कि आकाश अब रितिका को भूल चुका है। लेकिन यह शांति ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई। रितिका ने इंस्टाग्राम पर अपने वीडियोज पोस्ट करना शुरू किए, और धीरे-धीरे वह वहां लोकप्रिय होने लगी। एक दिन, आकाश ने रितिका का एक वीडियो देखा और पुरानी दुश्मनी फिर से जाग गई। उसने रितिका को जान से मारने की धमकी दी।

डरी हुई रितिका ने आकाश और उसके चार-पांच साथियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। उसने बताया कि आकाश पहले भी उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था, और अब उसकी जान को उससे खतरा है। लेकिन पर्याप्त सबूत न होने के कारण पुलिस आकाश और उसके साथियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाई।

इस बीच, आकाश रितिका की तलाश में जुट गया। काफी कोशिशों के बाद उसे पता चल गया कि रितिका आगरा की ओम श्री प्लैटिनम सोसाइटी के फ्लैट नंबर 404 में रहती है। वह जानता था कि इस सोसाइटी में सिक्योरिटी मजबूत है, और वहां घुसना आसान नहीं होगा।

20 जून को, घटना से चार दिन पहले, आकाश और उसका साथी अनिल धर ओम श्री प्लैटिनम सोसाइटी में पहुंचे। उन्होंने सिक्योरिटी गार्ड से कहा कि वे फ्लैट खरीदने आए हैं। लेकिन उनका असली मकसद सोसाइटी का निरीक्षण करना था। हालांकि वे रितिका के फ्लैट में घुसने में नाकाम रहे, लेकिन आकाश को यह अंदाजा हो गया कि अगर वह रितिका को फ्लैट की बालकनी से नीचे फेंक दे, तो उसकी मौत निश्चित है।

आकाश का यह खौफनाक प्लान उसकी कुत्सित मानसिकता और रितिका के प्रति उसके गहरे आक्रोश को दर्शाता है, जो जल्द ही एक भयानक घटना में बदलने वाला था।

रितिका का कातिलाना प्लान और दिल दहला देने वाला अंत

24 जून 2022 की सुबह 10:30 बजे, आकाश दो महिलाओं और दो व्यक्तियों को लेकर ओम श्री प्लैटिनम अपार्टमेंट सोसाइटी पहुंचा। उन महिलाओं में काजल और कुसुम थीं, जो आकाश की मुंह बोली बहनें थीं, और दो व्यक्ति उसके दोस्त चेतन और अनवर। आकाश के पास एक बैग भी था, जिसमें रस्सी थी। सिक्योरिटी गार्ड ने जब पूछा कि वे किस फ्लैट में जाना चाहते हैं, तो आकाश ने झूठ बोलते हुए फ्लैट नंबर 601 का नाम लिया। उसने महिलाओं को इसलिए साथ लाया था ताकि यह पूरा ग्रुप एक फैमिली की तरह दिखे और गार्ड को शक न हो। योजना काम कर गई, और गार्ड ने उन्हें अंदर जाने दिया।

आकाश ने रितिका के फ्लैट का दरवाजा खुलवाने के लिए दोनों महिलाओं को आगे किया। महिलाओं को देखकर रितिका ने दरवाजा खोल दिया, लेकिन जैसे ही दरवाजा खुला, वे सभी अंदर घुस गए। इसके बाद उन्होंने रितिका और विपुल पर हमला कर दिया। उन्हें बुरी तरह पीटने के बाद, दोनों को रस्सियों से बांध दिया। विपुल को उठाकर बाथरूम में डाल दिया गया और बाहर से दरवाजा लॉक कर दिया गया। इस दौरान, आकाश लगातार फोन पर किसी से बात करता रहा, हर पल की अपडेट देता हुआ। केवल 25 मिनट में उसने मास्टरमाइंड को आठ बार कॉल की।

आकाश ने अपने साथियों से कहा कि वह सिर्फ रितिका से बात करना चाहता है और उसे वापस ले जाने आया है। लेकिन जब रितिका ने उसके साथ जाने से इनकार कर दिया, तो वह बौखला गया। उसने रितिका के गले में कपड़ा बांध दिया, जबकि उसके हाथ पहले से रस्सी से बंधे हुए थे। इसके बाद आकाश ने रितिका को उठाकर बालकनी तक ले गया।

रितिका की चीखें पूरे अपार्टमेंट में गूंजने लगीं। पड़ोसियों के मुताबिक, अपने आखिरी समय में रितिका अपने छोटे भाई को याद कर रही थी। लेकिन आकाश ने अपनी साजिश पहले ही तय कर रखी थी। वह उसे बालकनी की बाउंड्री तक ले गया और वहां से नीचे फेंक दिया। उसने इतनी ताकत से रितिका को धक्का दिया कि जिस जगह वह गिरी, वह बुरी तरह टूट गई।

इसके बाद, आकाश ने 11:59 पर फोन कर अपने मास्टरमाइंड को बताया कि उसने रितिका को मार डाला है। फिर वह नीचे आया और रितिका के हाथों से रस्सी खोलने लगा। इस दौरान, विपुल ने बाथरूम की खिड़की तोड़ दी और पड़ोसियों को चिल्लाकर बुला लिया।

पड़ोसियों की भीड़ जुटती देख, आकाश और उसके साथी भागने की कोशिश करने लगे। लेकिन सिक्योरिटी गार्ड ने पहले ही बिल्डिंग का गेट बंद कर दिया था, क्योंकि उसने कुछ भारी चीज के गिरने की आवाज सुनी थी। गेट बंद होने की वजह से तीन आरोपी गार्ड और पड़ोसियों के हत्थे चढ़ गए, लेकिन चेतन और अनवर वहां से भागने में कामयाब हो गए।

इस घटना ने न केवल रितिका की जिंदगी खत्म कर दी, बल्कि एक दिल दहला देने वाली कहानी को जन्म दिया, जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया।

पुलिस की जांच और साजिश का पर्दाफाश

रितिका की हत्या के बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और तीन आरोपियों—आकाश गौतम, कुसुम, और काजल—को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह था कि इस हत्याकांड का मास्टरमाइंड कौन था, जो फोन पर बैठकर पूरी साजिश को अंजाम दिलवा रहा था।

पुलिस के पास कोई ठोस सुराग नहीं था, लेकिन फिर एक अहम कड़ी उनके हाथ लगी—आकाश की बाइक। यह वही बाइक थी जिससे आकाश सोसाइटी पहुंचा था। जब पुलिस ने बाइक की नंबर प्लेट ट्रैक की, तो पता चला कि यह बाइक आशा के नाम पर रजिस्टर्ड थी। आशा, अनिल धर की मां थी, जो कुछ दिनों पहले आकाश के साथ रितिका के फ्लैट की रेकी करने आया था।

इसके बाद, पुलिस ने आकाश की कॉल डिटेल खंगाली, और साजिश का पूरा सच सामने आ गया। फोन पर जो व्यक्ति इस मर्डर को कोऑर्डिनेट कर रहा था, वह कोई और नहीं, बल्कि डॉक्टर दीपाली थी। दीपाली, विपुल अग्रवाल की पत्नी थी।

साजिश का खुलासा

डॉक्टर दीपाली को जब अपने पति विपुल और रितिका के अफेयर का पता चला, तो उसने रितिका को रास्ते से हटाने की साजिश रचनी शुरू कर दी। दीपाली ने जब रितिका के पति आकाश के बारे में जाना, तो उसने इस काम के लिए आकाश को चुना। दीपाली को भरोसा था कि आकाश ही इस हत्या को अंजाम दे सकता है। उसने आकाश को रितिका की हत्या के लिए लाखों रुपये भी दिए।

हालांकि, रितिका के माता-पिता ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए पूरी कोशिश की, लेकिन पुलिस दीपाली को गिरफ्तार करने में टालमटोल कर रही थी। जिस दिन रितिका की हत्या हुई, उस दिन 11:59 पर आकाश और दीपाली के बीच फोन पर बात हुई थी। इसके सबूत होने के बावजूद, पुलिस इस मामले में ढिलाई बरत रही थी।

धमकियां और मीडिया का हस्तक्षेप

जब रितिका के माता-पिता ने दीपाली के खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्हें धमकियां मिलने लगीं। दीपाली के मामा के बेटे संजीव अग्रवाल ने अपने दो दोस्तों के साथ कोर्ट के बाहर रितिका के माता-पिता को धमकाया कि अगर उन्होंने केस वापस नहीं लिया, तो उनका भी वही हाल होगा जो उनकी बेटी का हुआ।

लेकिन जैसे-जैसे यह मामला मीडिया में आया, दबाव बढ़ता गया। अंततः, मीडिया के प्रेशर के कारण दीपाली और उसके परिवार के बाकी सदस्यों को, जो इस साजिश में शामिल थे, गिरफ्तार कर लिया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

न्याय का इंतजार

यह मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है, और आरोपियों को सजा मिलना बाकी है। यह घटना न केवल दिल दहला देने वाली थी, बल्कि समाज के उन काले पहलुओं को भी उजागर करती है, जहां जलन और बदले की भावना इंसानियत को पीछे छोड़ देती है।

इस घटना को सुनाने का उद्देश्य किसी का दिल दुखाना या परेशान करना नहीं है, बल्कि आपको सचेत करना और जागरूक बनाना है।

आपका इस घटना पर क्या विचार है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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