शादीशुदा बॉयफ्रेंड ने अपनी धोखेबाज़ शादीशुदा गर्लफ्रेंड से लिया बदला: अदनान और आस्मा का केस – Real Life Hindi Crime Story

आज से ढाई साल पहले, आस्मा की शादी सलीम नाम के एक व्यक्ति से हुई थी। शादी के बाद, दोनों ने एक नई जिंदगी की शुरुआत करने का फैसला किया और बुलंदशहर के खुर्जा नगर में आकर बस गए। तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बाद, उन्होंने अपने रहने के लिए एक घर ढूंढा। हालांकि, यह घर उनका निजी आशियाना नहीं था; वहां और भी किरायेदार रहते थे। अगर इसे समझने में मुश्किल हो रही हो, तो इसे ऐसे समझें कि यह एक ऐसा फ्लैट था, जहां कई कम आय वाले या बेहद गरीबी में जीने वाले परिवार एक साथ रहते थे और जगह साझा करते थे।

यहां से यह साफ हो जाता है कि सलीम आर्थिक रूप से बहुत मजबूत नहीं था। वह एक होटल में मजदूरी करता था और जो भी कमाई होती, उसे अपने परिवार पर खर्च कर देता। उस घर में, जहां सलीम और आस्मा रहते थे, एक और किरायेदार अदनान भी अपनी पत्नी के साथ रहता था। अदनान भी शादीशुदा था और अपनी जिंदगी उसी साझा घर में बिता रहा था।

Boyfriend Took Revenge On Cheating Girlfriend : Adnan And Asma Case
Boyfriend Took Revenge On Cheating Girlfriend : Adnan And Asma Case

फिल्मी जुनून, अदनान और आस्मा की कहानी

सलीम और आस्मा के साथ उस साझा घर में अदनान अपनी पत्नी के साथ रहता था। हालांकि, सभी किरायेदार अलग-अलग कमरों में रहते थे, लेकिन एक ही परिसर साझा करते थे। सलीम और अदनान दोनों आर्थिक रूप से संघर्षरत थे, लेकिन उनकी शख्सियतें एक-दूसरे से काफी अलग थीं।

अदनान एक अनोखा इंसान था। उसे बॉलीवुड फिल्मों का गहरा शौक था। जब भी वह फिल्में देखता, खुद को उस फिल्म का मुख्य किरदार मानने लगता। अब आप सोच सकते हैं कि फिल्मों का दीवाना होना कोई बड़ी बात नहीं है। भारत में तो हर दूसरा इंसान बॉलीवुड का प्रशंसक है। लेकिन इस मामले में अदनान का यह जुनून एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ। वह न केवल फिल्में देखता, बल्कि अपनी असली जिंदगी में भी फिल्मी किरदारों की तरह जीता। वह अपने पसंदीदा फिल्मों के डायलॉग्स को दोहराता और उनके जैसा व्यवहार करने की कोशिश करता। उसकी जिंदगी, उसके पसंदीदा किरदारों का प्रतिबिंब बन चुकी थी।

वहीं दूसरी ओर, सलीम अपनी पत्नी आस्मा के लिए दिन-रात मेहनत करता था। वह होटल में मजदूरी कर जो भी कमाता, उसे अपने परिवार पर खर्च करता। लेकिन अदनान की कहानी इससे अलग थी। अदनान का अपनी पत्नी से विशेष लगाव नहीं था। और यहीं से कहानी ने एक नया मोड़ लिया।

जब सलीम काम पर होता, अदनान ने आस्मा को गौर से नोटिस करना शुरू कर दिया। पहली ही नजर में, अदनान को आस्मा पसंद आ गई। उसने आस्मा के करीब आने और उसे प्रभावित करने की कोशिश शुरू कर दी। हैरानी की बात यह थी कि आस्मा भी अदनान की ओर आकर्षित होने लगी।

यह सब सलीम की अथक मेहनत और उसके समर्पण के बावजूद हुआ। आस्मा, जो सलीम की पत्नी थी, ने उसकी परवाह किए बिना अदनान से नजदीकियां बढ़ाने का प्रयास किया। अब, दोनों के बीच एक गहरी दिलचस्पी विकसित हो गई थी, और इसने उनकी जिंदगी को एक जटिल मोड़ पर ला खड़ा किया।

छुपा हुआ रिश्ता और खतरनाक जुनून

सलीम अपनी नौकरी के कारण पूरा दिन होटल में व्यस्त रहता था, और इसी दौरान आस्मा और अदनान ने एक-दूसरे से मिलना शुरू कर दिया। सलीम को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। धीरे-धीरे ये मुलाकातें एक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में बदल गईं। अब दोनों, आस्मा और अदनान, अपने-अपने जीवनसाथियों को धोखा दे रहे थे।

कुछ समय बाद, सलीम ने आस्मा और अदनान के बीच की बढ़ती नजदीकियों को नोटिस कर लिया। इससे परेशान होकर उसने फैसला किया कि अब वे उस जगह पर नहीं रहेंगे। सलीम ने तुरंत एक नई जगह पर किराए का घर ढूंढा और आस्मा के साथ वहां शिफ्ट हो गया। उसकी सोच थी कि अदनान और आस्मा को एक-दूसरे से दूर कर देने से उनके बीच का रिश्ता खत्म हो जाएगा और वे एक-दूसरे को भूल जाएंगे।

लेकिन सलीम इस बारे में गलत साबित हुआ। जैसा कि पहले बताया गया, अदनान का फिल्मी जुनून उसकी जिंदगी का हिस्सा था। उसके लिए प्यार से दूर होना सिर्फ एक और चुनौती थी, जिसे वह पार करना चाहता था। अदनान ने आस्मा से मिलने के लिए नए रास्ते ढूंढ लिए।

अब उनकी मुलाकातें पहले से भी ज्यादा बढ़ गई थीं। अदनान ने आस्मा को मिलने के लिए कब्रिस्तान बुलाना शुरू कर दिया। यह एक चतुराई भरा कदम था क्योंकि कब्रिस्तान आमतौर पर खाली रहता था और वहां कोई भी आने-जाने वाला नहीं होता। यह जगह उनकी मुलाकातों के लिए एकदम सही थी।

अदनान आस्मा के लिए इतना जुनूनी हो गया था कि उसने उसे बात करने के लिए एक फोन खरीदकर दिया। शुरुआत में, यह एक साधारण बटन वाला फोन था, लेकिन उसमें आवाज स्पष्ट नहीं आती थी। इसलिए, अदनान ने अपनी पूरी जमापूंजी खर्च करके आस्मा को ₹1,00,000 का एक महंगा फोन गिफ्ट किया। यह सिर्फ एक फोन नहीं था, बल्कि अदनान के जुनून और उसकी हदों को दर्शाने वाला कदम था।

जुनून, फिजूलखर्ची, और टूटते रिश्तों की दास्तान

अदनान अमीर नहीं था। ₹1,00,000 उसके लिए बहुत बड़ी रकम थी, और वह खुद अपनी जिंदगी में तमाम संघर्षों से गुजर रहा था। अपनी पत्नी के लिए उसने कभी कोई गिफ्ट देना तो दूर, ज़रूरत की चीजें लाना भी सही नहीं समझा। लेकिन जब बात आस्मा की आई, तो वही अदनान जिसने कभी अपने घर पर खर्च नहीं किया, अब आस्मा के लिए एक महंगा फोन खरीदने में झिझक नहीं कर रहा था।

अदनान का दिमाग जैसे पूरी तरह बदल चुका था। किसी और की पत्नी, जिसे वह पसंद करता था, उस पर वह पानी की तरह पैसा बहा रहा था। यह सब वह जानते हुए कर रहा था कि उसकी आर्थिक स्थिति उसे यह सब करने की अनुमति नहीं देती। लेकिन अगर वह ऐसा न करता, तो अपनी फिल्मी “हीरो” वाली छवि को वह कैसे बनाए रख पाता?

आस्मा को भी अदनान का यह “प्यार” और उसकी दी गई अटेंशन बहुत पसंद आ रही थी। सलीम, जो मुश्किल से अपने परिवार का पेट पाल पा रहा था, उसके विपरीत अदनान के महंगे गिफ्ट्स आस्मा को बेहद लुभा रहे थे। लेकिन आस्मा शायद यह भूल गई थी कि जो व्यक्ति सिर्फ अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए अपनी वित्तीय स्थिति और परिवार को नजरअंदाज कर सकता है, वह किसी और चीज को पाने के लिए किस हद तक जा सकता है।

इस बीच, अदनान और आस्मा अपने इस रिश्ते को भरपूर जी रहे थे, लेकिन इस रिश्ते का सबसे बड़ा खामियाजा उनके जीवनसाथी भुगत रहे थे। सलीम और अदनान की पत्नी, दोनों ही इस स्थिति में सबसे ज्यादा पीड़ा झेल रहे थे। अदनान और आस्मा की दुनिया में भले ही सब कुछ “परफेक्ट” लग रहा हो, लेकिन उनके पार्टनर्स के लिए यह सब एक गहरे घाव के समान था।

टूटता भरोसा और बिखरते रिश्ते

अब अदनान का सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ आस्मा पर था। उसकी पत्नी उसके लिए जैसे गायब हो चुकी थी। दूसरी ओर, आस्मा का व्यवहार भी कुछ ऐसा ही था। उसने सलीम की परवाह करना लगभग बंद कर दिया था। शादी के बाद किसी भी इंसान को अपने साथी से यह उम्मीद होती है कि वह हर मुश्किल घड़ी में उसका साथ देगा, लेकिन अदनान और आस्मा के पार्टनर्स को यह सबसे बुनियादी चीज भी नसीब नहीं हुई।

सलीम को अब यह एहसास हो गया था कि अदनान से दूर आने के बाद भी आस्मा और अदनान का रिश्ता खत्म नहीं हुआ था। वह जानता था कि यह रिश्ता अब उसके नियंत्रण से बाहर हो चुका है। धीरे-धीरे, उसने हार मान ली थी और अपने दिल को समझा लिया था कि इसमें और उलझने का कोई फायदा नहीं है।

लेकिन अदनान का सच यह था कि वह एक सनकी इंसान था, जो अपनी जिंदगी को किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह जीता था। आस्मा या तो इस सच से पूरी तरह अनजान थी या फिर जानबूझकर इसे नज़रअंदाज कर रही थी। लेकिन यह मोहब्बत ज्यादा दिनों तक टिकने वाली नहीं थी।

अदनान ने नोटिस किया कि जब भी वह आस्मा को कॉल करता, उसका फोन या तो बिजी रहता या फिर वह फोन उठाती ही नहीं थी। इस बदलाव से अदनान को गुस्सा आने लगा। उसने सोचा, “मैंने इतना पैसा खर्च किया, उसे फोन गिफ्ट किया, और बदले में वह मेरा फोन तक नहीं उठाती!” यह पैटर्न बार-बार देखने के बाद अदनान चिढ़ गया और आस्मा पर शक करने लगा।

अदनान को लगने लगा कि जैसे आस्मा ने सलीम को धोखा दिया, वैसे ही वह उसे भी धोखा दे रही है। उसने सोचा कि शायद आस्मा किसी और लड़के से बात कर रही है, और वह भी उसी फोन से जो उसने उसे गिफ्ट किया था। यह शक और नाराजगी उनके रिश्ते में लड़ाइयों का कारण बन गई।

अब हर लड़ाई का मुद्दा यही होता कि आस्मा कॉल क्यों नहीं उठाती और उसका फोन बिजी क्यों रहता है। इन झगड़ों ने अदनान को और गुस्सैल बना दिया। 24 घंटे वह गुस्से में रहने लगा और अंत में उसने ठान लिया कि वह आस्मा को सबक सिखाए बिना नहीं रुकेगा।

कब्रिस्तान में खौफनाक अंत

11 जून, मंगलवार की सुबह, अदनान ने आस्मा को उसी कब्रिस्तान में मिलने बुलाया, जहां वे अक्सर मिलते थे। आस्मा ने भी बिना ज्यादा सोचे वहां जाने का फैसला किया, यह जानते हुए कि यह उनकी नियमित मुलाकातों का हिस्सा था। लेकिन उसे यह एहसास नहीं था कि इस बार अदनान के इरादे पहले जैसे नहीं थे।

जैसे ही आस्मा वहां पहुंची, अदनान ने सबसे पहले उसका फोन छीन लिया। वह तुरंत उसके फोन को चेक करने लगा और हर एक चैट, कॉल लॉग, और कॉन्टैक्ट को खंगालने लगा। अदनान ने देखा कि न सिर्फ वह और सलीम, बल्कि कई अनजान लड़के भी आस्मा की जिंदगी में थे। यह देखकर उसका गुस्सा फूट पड़ा।

अदनान को लगने लगा कि उसने अपना समय, पैसा, और भावनाएं एक ऐसे इंसान पर बर्बाद कर दीं जो उसे धोखा दे रही थी। इससे पहले कि आस्मा कोई सफाई दे पाती या कुछ कह पाती, अदनान ने अपनी जेब से एक चाकू निकाला। जैसे ही आस्मा ने हरकत की, अदनान ने उसके गले पर वार कर दिया। कुछ ही पलों में, आस्मा की जिंदगी वहीं कब्रिस्तान में खत्म हो गई, उसी के प्रेमी अदनान के हाथों।

असल में, अदनान ने पहले से ही आस्मा को मारने का इरादा बना लिया था। वह सिर्फ यह पुष्टि करना चाहता था कि उसका शक सही है या नहीं। जैसे ही उसे यकीन हुआ, उसने बिना समय बर्बाद किए अपना खतरनाक कदम उठा लिया।

आप सोच सकते हैं कि जब अदनान ने यह सब किया तो आस्मा ने चिल्लाने की कोशिश क्यों नहीं की, और किसी ने यह सब सुना क्यों नहीं। इसका संभावित कारण यह है कि कब्रिस्तान आमतौर पर खाली होते हैं, खासकर सुबह के समय। अदनान ने जानबूझकर इस समय और जगह का चयन किया ताकि उसका काम बिना किसी रुकावट के पूरा हो सके।

अपने खौफनाक काम को अंजाम देने के बाद, अदनान को किसी ने वहां देखा भी नहीं। वह चुपचाप कब्रिस्तान से निकल गया, यह सोचते हुए कि उसे कभी पकड़ा नहीं जाएगा। लेकिन यह घातक योजना उसके जीवन और सच्चाई को हमेशा के लिए बदलने वाली थी।

हकीकत की सज़ा: अदनान की गिरफ्तारी और उसकी विचित्र स्वीकारोक्ति

अदनान यह भूल गया था कि वह किसी बॉलीवुड फिल्म का नायक नहीं, बल्कि असली जीवन का किरदार है, जहां हर कर्म का परिणाम होता है। उसकी हरकतें उसे जल्द ही गंभीर परिणाम भुगतने पर मजबूर करने वाली थीं।

आस्मा की लाश पूरे दिन कब्रिस्तान में पड़ी रही, लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। शुक्र है, दिन के समय कुछ लोग कब्रिस्तान में गए और आस्मा की लाश देखकर तुरंत पुलिस को सूचित किया। आस्मा का घर कब्रिस्तान से ज्यादा दूर नहीं था, इसलिए पहचान करना मुश्किल नहीं था। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और तुरंत अपनी जांच शुरू कर दी।

इस बीच, सलीम, जो शाम को काम से घर लौटा, आस्मा को घर में न पाकर चिंतित हो गया। उसने काफी कोशिशें कीं, लेकिन जब आस्मा का कोई पता नहीं चला, तो वह पुलिस के पास पहुंचा। उसने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी सुबह से लापता है। पुलिस ने इस सूचना को कब्रिस्तान में मिली लाश से जोड़ा और जल्द ही यह स्पष्ट हो गया कि वह लाश सलीम की पत्नी आस्मा की थी।

सलीम से पूछताछ के बाद, पुलिस को यकीन हो गया कि हत्या अदनान ने ही की है। उसी दिन, पुलिस अदनान के घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को अदनान के घर से हत्या का हथियार भी मिल गया, जिससे यह साफ हो गया कि आस्मा की हत्या उसी ने की थी। लेकिन जो बात चौंकाने वाली थी, वह अदनान का व्यवहार था।

अदनान ने न तो गिरफ्तारी का विरोध किया, न ही खुद को निर्दोष साबित करने की कोशिश की। उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया, और यह करते समय वह बिल्कुल भी बेचैन नहीं दिखा। उसकी गिरफ्तारी का वीडियो देखकर ऐसा लगता था जैसे वह किसी फिल्म के दृश्य में है। वह पुलिस के सामने मुस्कुराता रहा, अपने बाल संवारता रहा, और दर्शकों की तरह लोगों को हाथ हिलाकर अभिवादन करता रहा।

यह देखना वाकई परेशान करने वाला था कि उसने न तो अपने अपराध के लिए कोई पछतावा महसूस किया और न ही गिल्ट की कोई झलक दिखाई। उसके लिए यह सब एक फिल्म का हिस्सा था, जहां पुलिस एक “हीरो” को गिरफ्तार कर रही है।

लेकिन हद तो तब हो गई जब एक रिपोर्टर ने उससे इंटरव्यू लिया। इस इंटरव्यू में अदनान ने न केवल खुशी-खुशी अपने अपराध कबूल किए, बल्कि उसकी मानसिक स्थिति और सोच स्पष्ट रूप से झलक रही थी। जब उससे पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उसने मुस्कुराते हुए कहा, “मेरी प्रेमिका ने मुझे धोखा दिया था, और धोखे की सज़ा वैसी ही होनी चाहिए जैसी धोखा देने वाले ने दी है।”

यह सुनकर साफ हो गया कि अदनान के लिए यह सब किसी बदले की कहानी जैसा था, जहां उसने अपने “हीरो” वाली छवि में रहते हुए खौफनाक अंत को अंजाम दिया।

अदनान की विकृत सोच और उसकी धमकी

अदनान ने जिसे वह अपना सच्चा प्यार कहता था, उसी का बेरहमी से अंत कर दिया। यह घटना जितनी भयावह थी, अदनान का इसे लेकर रवैया उतना ही परेशान करने वाला। उसकी मानसिकता और सोच ने दिखाया कि वह किस कदर अपनी खुद की बनाई हुई दुनिया में जी रहा था।

अदनान का यह दावा था कि आस्मा ने ढाई साल तक उसका समय बर्बाद किया, उसके पैसे उड़ाए, और अंत में उसे धोखा दिया। इस गुस्से और आहत अहंकार में उसने आस्मा की जान ले ली। लेकिन अदनान की इस खौफनाक हरकत के बाद भी उसका रवैया बिल्कुल बदलता नहीं दिखा।

पुलिस हिरासत में, अदनान ने एक और डरावना बयान दिया। उसने पुलिस को खुलेआम धमकी दी कि अगर किसी ने उसकी फैमिली को परेशान किया या उनके खिलाफ कोई कदम उठाया, तो वह उन सभी के घर बम से उड़ा देगा।

यह धमकी दिखाती है कि अदनान अपने किए पर न तो पछतावा महसूस कर रहा था और न ही उसे अपने अपराध की गंभीरता का एहसास था। उसकी यह बात पुलिस और समाज के लिए एक सीधा संदेश थी कि वह अपने आप को अभी भी “हीरो” समझता है, जो हर हाल में जीतता है।

इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि अदनान के लिए रिश्ते और भावनाएं केवल उसकी जरूरतों और इच्छाओं को पूरा करने का जरिया थीं। जब उसने महसूस किया कि उसे धोखा दिया गया है, तो उसने हिंसा का सहारा लिया और बिना किसी पछतावे के अपनी घिनौनी हरकत को सही ठहराने की कोशिश की।

अंत: एक दर्दनाक सच्चाई और एक जरूरी सबक

अदनान और आस्मा की कहानी एक ऐसी त्रासदी है जो हमें रिश्तों और मानवता की गहराईयों पर सोचने के लिए मजबूर करती है। यह सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि उस कमजोर इंसानी सोच का प्रतीक है, जो प्यार को स्वामित्व और हिंसा का रूप दे देती है।

इस घटना से हमें यह समझना चाहिए कि सच्चे रिश्ते विश्वास, आपसी सम्मान, और पारदर्शिता पर टिके होते हैं। प्यार में स्वार्थ, अधिकार, और हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। यदि रिश्ते में समस्याएं हैं, तो संवाद और समझदारी से उन्हें सुलझाने की कोशिश की जानी चाहिए, न कि गुस्से और प्रतिशोध का रास्ता अपनाया जाए।

यह घटना इस बात की भी याद दिलाती है कि हर व्यक्ति को अपनी भावनाओं और गुस्से पर काबू रखना सीखना चाहिए। भावनाओं का असंतुलित रूप किसी की जिंदगी को नष्ट कर सकता है।

अंततः, अदनान की हरकत ने कई जिंदगियों को बर्बाद कर दिया – आस्मा की, जो एक दुखद अंत का शिकार हुई; सलीम की, जो अपनी पत्नी को खो चुका था; और यहां तक कि अदनान की खुद की, जिसने अपने जीवन को एक ऐसी राह पर डाल दिया, जहां सिर्फ पछतावा और सजा है।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि प्यार और रिश्तों को समझदारी, सहनशीलता, और सबसे बढ़कर मानवता के साथ निभाना चाहिए। किसी भी रिश्ते का अंत अगर दर्दनाक होता है, तो इसका मतलब यह नहीं कि वह हिंसा का कारण बने। हमें हर परिस्थिति में इंसानियत को प्राथमिकता देनी चाहिए।

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